एक दूसरे की मदद कैसे की जाए – मन में ऐसी भावना आने पर और हर तरफ नजर दौडाने के प‘चात् यह निर्णय लिया गया की क्यों न एक सहकारी समिति का गठन किया जाए , सरकारी समिति संबंधित जानकारी एकत्र करने के प‘चात् एक संस्था का श्री गणेश किया गया , नाम रखा गया— “जय जगन्नाथ को – ऑपरेटिव अरबन थ्रि॑फट एंड क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड “ ।
पहले काफी कोशिश करके लगभग 111 सदस्य ; एकत्र किय़े गये फिर अन्य स; भी साथ लिए गये । यह कार्य अगLत 2010 में शुरू किया गया । आरंभ में सदस्य; बनने के लिए धन राशि तय की गई 1600 / – (1500 / – शेयर मनी , 50 / – सी डी , 50 / – प्रवेश शुल्क) ।
ततउपरांत चयन दारा मुझे कार्यवाहक प्रधान चुना गया । इसके बाद ऑफिस के लिए Lथान खोजा गया , तब सोसाइटी की एक सदस्य; श्रीमती शीला देवी w/o श्री मदनलाल गर्ग आगे आई और ऑफिस के लिए बिना किसी शुल्क के खारी बावली में स्थान प्रदान किया । सोसाइटी के नियमविचार – विमर्श के बाद तय किए गए इसके प‘चात् रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नई दिल्ली को 27/10/2010 को पंजीकरण के लिए आवेदन किया गया /
काफी कोशिशों के बाद इस सोसाइटी का पंजीकरण 26/04/2011 क संभव हो सका और नई कार्य समिति बनाई गयी , मुझे चयन दारा अध्यक्ष नियुक किया गया /
26/04/2011 को इस सोसाइटी ने अपनी बनाई नियमावली के अनुसार कार्य करना शुरू कर दिया , 26/04/2011 से आजतक हम अपने लक्ष्य की ओर अ अग्रसर हैं , और हमारी सदस्योंकी संख्या जो कि 31/03/2013 को बढकर 313 हो गई है। समिति का कार्यालय दिनांक 07/10/2011 को खारी बावली से लक्ष्मी नगर ट्रान्सफर कर दिया गया समिति का कार्यालय ए.सी. सी–सी . टी.वी, कैमरोंसे तथा , कंप्यूटर दारा सूसजजित है । समिति प्रथम वर्ष से ही लाभ की ओर है । भविष्य में आपके सहयोग की कामनाओं के साथ आपका आभारी …
Written by:
Adv. Sunil Kumar Aggarwal
(Founder & Chairman)